भूमिका
भूमिका :- जैसा की सर्व विदित है कि हमारे भारतीय संस्कृति में हमारा सनातन धर्म अति प्राचीन धर्म है, समस्त मत, पंथ सम्प्रदाय अदि की जननी भी सनातन शर्म ही है यही कारण रहा है कि बाहरी आक्रांता आक्रमण कारियों ने सनातन धर्म को ही विनिष्ठ करने का कुचक्र रचा था, परन्तु सनातन धर्म अपने अदम्यता साहस एवं त्याग शौर्य के कारण अटल हिमालय की भाँति तरह अडिग है। ईसाई मिसिनरी। …….. ने भी सनातन धर्म को ही अपना निशाना बनाया परन्तु उनसे भी उच्च नहीं हो पाया और वे भी ……………………. लेकर चले गए
वर्तमान समय में कुछ कट्टर पंथी- वामपंथी और बाबर जैसे विदेशी आक्रांता के समर्थक द्वारा गद्दार हिन्दुओ के नापाक इरादे हमारे अति प्राचीन सनातन धर्म को विनिष्ठ करने पर तुले हुए है और वे इसे नष्ट कर अपना इस्लामिक धर्म को प्रति पादित करना चाहते हैं तो हमारा भी परम कर्तव्य बनता है कि हम सभी हिन्दू – भाई अपने तन – मन -धन से सनातन धर्म को सुरक्षित रखने में योगदान करें इसी परिपेक्ष से हमारे माननीय श्री विवेक तिवारी जी , विवेक पाठक जी तथा शिवांश पाठक जी ने एक मजबूती के साथ एक अखंड डीप जलाया और भगवाधारी महा संघ नाम से यह संगठन 09/03/2020 को स्थापित किया।